मुख्यमंत्री ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश, हेली सेवाएं अस्थाई रूप से स्थगित
देहरादून, रविवार।
चारधाम यात्रा मार्ग पर रुद्रप्रयाग में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने राज्य प्रशासन को झकझोर दिया है। इस हादसे को बेहद गंभीर मानते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश जारी किए हैं और स्पष्ट किया है कि लापरवाही बरतने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।

🚁 हेलीकॉप्टर सेवाएं सोमवार तक पूर्ण रूप से बंद
मुख्यमंत्री ने रविवार को अपने आवास पर बुलाई गई आपात बैठक में निर्देश दिया कि आगामी सोमवार तक चारधाम के लिए सभी हेली सेवाएं पूर्णतः बंद रहेंगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और जांच पूरी होने तक सेवाओं को स्थगित करना जरूरी है।
🛰️ हेली सेवाओं के लिए “कमांड एंड कोऑर्डिनेशन सेंटर” का गठन
हेली सेवाओं के बेहतर समन्वय और संचालन के लिए देहरादून में एक “कॉमन कमांड एंड कोऑर्डिनेशन सेंटर” स्थापित किया जाएगा। यह केंद्र डीजीसीए, नागरिक उड्डयन, आपदा प्रबंधन, यूकाडा, व हेलीकॉप्टर ऑपरेटर कंपनियों के अधिकारियों की निगरानी में कार्य करेगा।
📋 नई एसओपी और अनुभवी पायलटों को ही मिलेगी अनुमति
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब केवल उन्हीं पायलटों को चारधाम जैसे उच्च हिमालय क्षेत्रों में उड़ान की अनुमति दी जाएगी, जिनके पास लंबा अनुभव और उपयुक्त प्रमाणपत्र होंगे। साथ ही राज्य सरकार एक सख्त प्रशासनिक और तकनीकी एसओपी (Standard Operating Procedure) तैयार करेगी, जिसका पालन अनिवार्य होगा।
🔍 अनुभवहीनता और लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना की गहन जांच की जाएगी, और जिस स्तर पर भी चूक या लापरवाही पाई गई, संबंधित अधिकारियों व एजेंसियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। “जनजीवन की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा,” उन्होंने दोहराया।
🌦️ हिमालयी क्षेत्रों में मौसम निगरानी के लिए आधुनिक उपकरण
हिमालयी क्षेत्र की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि वहाँ अत्याधुनिक मौसम पूर्वानुमान उपकरण लगाए जाएँ, ताकि मौसम की सटीक जानकारी समय रहते मिल सके।
🛫 समिति गठित, रिपोर्ट सितंबर से पहले
मुख्यमंत्री ने सचिव गृह की अध्यक्षता में एक विशेष समिति गठित करने के आदेश दिए हैं, जिसमें डीजीसीए, यूकाडा, भारत सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग एवं विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह समिति जन सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक मानक प्रचालन नियमावली (SOP) तैयार कर सितंबर से पहले अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
🕊️ शोक संतप्त परिवारों के लिए सहायता के निर्देश
मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि दुर्घटना में जान गंवाने वाले यात्रियों के पार्थिव शरीरों को उनके गृह राज्यों तक सम्मानपूर्वक पहुंचाया जाए, और परिवारों को हर संभव सहयोग प्रदान किया जाए।
👥 बैठक में वरिष्ठ अधिकारी व डीजीसीए प्रमुख शामिल
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, सचिव नागरिक उड्डयन श्री समीर कुमार सिन्हा, डीजीसीए के महानिदेशक श्री फैज अहमद किदवई, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के अधिकारी, यूकाडा की सीईओ श्रीमती सोनिका, और सूचना महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल व भौतिक रूप से उपस्थित रहे।
📝 निष्कर्ष:
चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। रुद्रप्रयाग की हेलीकॉप्टर दुर्घटना के मद्देनज़र मुख्यमंत्री धामी द्वारा उठाए गए यह कदम दर्शाते हैं कि उत्तराखंड सरकार केवल दुर्घटना की जांच तक सीमित नहीं, बल्कि व्यवस्था के मूल में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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