जर्जर निजी भवन पर नोटिस देकर बैनर चस्पा करें
छतरपुर, कलेक्टर संदीप जी.आर. ने टीएल की साप्ताहिक बैठक में जिले के नगरीय निकायों में ऐसे निजी भवन जो जर्जर स्थिति में है और जिनके गिरने की आशंका है, के ऐसे मकान मालिकों को संबंधित नगरपालिका अधिकारी नोटिस जारी करते हुए मकानों पर बैनर चस्पा कराने के निर्देश दिये है। भवन जर्जर है उसके आसपास नहीं आए-जाए लिखा हो। नगरीय निकाय ऐसे भवनों की सूची तैयार करें। इसी तरह वर्षाकाल में तेज हवा और बारिश के चलते गिरने वाले पेड़ से निर्मित होने वाली विपरीत स्थिति को नियंत्रण करने के लिए बड़े काटने वाले कटर्स एसडीएम स्तर पर रखे जाए और कर्मचारियों को पेड़ काटने का प्रशिक्षण दिलाए।
बाढ़ एवं डूब की आशंका से जुड़े क्षेत्रों में राहत हेतु मॉर्कड्रिल करेंl
कलेक्टर ने वर्षाकाल में जिले के ऐसे ग्राम एवं क्षेत्र जहां अति बारिश से डूब की स्थिति निर्मित हो सकती है की जानकारी तैयार करने, अनुविभाग स्तर पर 24 घण्टे चलने वाला नियंत्रण कक्ष चालू रखने, ऐसे स्थानों पर कहां-कहां राहत कैंप लगेंगे का चयन करने, उन स्थानों पर किसी प्रकार राहत सामग्री पहुंचायी जाएगी। बीमारी पर नियंत्रण कैसे होगा, लोगों एवं पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर कैसे पहुंचाया जाएगा से संबंधित मॉर्कड्रिल करने और छात्रावास एवं आश्रम, आंगनवाड़ी, विद्यालय भवन पूर्ण रूप से सुरक्षित है से संबंधित प्रमाण पत्र संबंधी विभाग को देने के निर्देश दिये है। लोगों को सलाह दी गई है कि वर्षाकाल में ऐसे नदी, नाले एवं पुलियां जो बाढ़ के चलते डूब जाते और आपदा की स्थिति निर्मित होती है वहां नहीं जाए और न ही पशु को चराने ले जाए। वर्षाकाल में होने वाली आकाशीय बिजली की घटना के मद्देनजर पेड़ों के नीचे न खड़े रहे।
*सर्पदंश से बचाव हेतु इजेंक्शन रखे*
*आपदा प्रबंधन से जुड़े लाइफ सेविंग सामग्री तैयार रखे*
वर्षाकाल में सर्पदंश से होने वाली आकस्मिक घटना के चलते पीड़ित व्यक्तियों के उपचार के लिए प्रत्येक पीएससी स्तर पर इजेंक्शन रखने और होमगार्ड की आपदा प्रबंधन टीम को आवश्यक उपकरण के साथ तैयार रखने, क्षेत्र के एसडीएम को वाहनों सहित अनुविभाग स्तर पर लाइफ सेविंग से जुड़े सभी बेसिक सामग्री रखने के निर्देश दिये गये। जिन क्षेत्रों में आपदा की स्थिति निर्मित होने की आशंका है वहां डिस्प्ले बोर्ड प्रदर्शित करें। वर्षाकाल में आवागमन के ऐसे मार्ग जो बारिश से अवरूद्ध हो जाते है के चलते आवागमन बाधित न हो के लिए विकल्प तैयार करने के निर्देश दिये गये।
*सघन रूप से पौधरोपण हो*
कलेक्टर ने कहा कि वर्षा काल में अभियान के रूप में पौधरोपण किये जाए, किसी भी स्थिति में छिन्न-भिन्न तरीके और कुछ स्थानों पर पौधरोपण न हो। जिसके लिए उचित स्थान का चयन करते हुए सघन रूप से पौधरोपण करने के साथ-साथ फैन्सिंग और सिंचाई व्यवस्था बनाये। सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर मुनगा (सहजनफली) के पौधे लगाएं।
*प्राथमिकता से हो सीमांकन से जुड़े कार्य*
कलेक्टर ने मैदानी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि सीमांकन से जुड़े कार्य प्राथमिकता से करें। एसडीएम दल नियुक्त करते हुऐ लंबित सीमांकन कराए, जिसकी समीक्षा प्रतिदिन की जाए। जिनकी उपलब्धि संतोषप्रद नहीं है उन्हें नोटिस जारी करें। एडीएम स्वंय इस कार्य की समीक्षा करें।
*डिफॉल्टर्स को नोटिस देकर वसूली करें*
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि बैंक, नगरपालिका, सहकारिता, जिला पंचायत सहित अन्य विभागों के डिफॉल्टर्स सहित आरआरसी की वसूली अभियान के रूप में करें। इसके लिए नोटिस जारी करें। विभागों में विद्युत की बचत के लिए सोलर सिस्टम विकसित करें। खुले पड़े बोरवेल और मुडेन बिहीन कुएं को तुरंत बंद कराये ऐसे लोगों को एफआईआर दर्ज कराते हुए जानकारी दें। ऐसे कर्मचारी जिनके प्रकरण हाईकोर्ट में विचाराधीन है उनकी समस्या का समाधान करने के लिए कैंप लगायें। ऐसे कर्मचारी जिनकी विभागीय जांच नहीं हुई है, उनके डाटा तैयार करें। गंभीर प्रकरण की स्थिति में तुरंत कार्यवाही हो और समाधान होने वाले प्रकरणों में तुरंत कार्यवाही करें।
आगामी विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण कराने के लिए मतदान केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए पाये जाने वाली कमियां बताए। मत केन्द्रों पर विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था हो, शौचालय, पेयजल टंकी साफ-सफाई एवं मानक अनुरूप रैंप की स्थिति भी बताएं अथवा उनके सुधार के लिए सुझाव दें। यह कार्य मिशन मोड में करें। निर्माण कार्य से जुड़े विभाग ऐसे कार्य जो पूर्ण हो सकते है उन्हें वर्षा के पूर्व पूर्ण कराएं।
