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Sunday, September 8, 2024, 8:08 am

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लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज ने भारत में जीनोम परीक्षण की अगुवाई करने के लिए लॉन्च किया लॉर्ड्स मार्क माइक्रोबायोटेक

लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज के ब्रांड माईडीएनए के माध्यम से जीनोम परीक्षण के लिए सलाइवा-बेस्ड टेक्नोलॉजी को पेश किया, जो 99% सटीक परिणाम देता है • 5 सालों में 100 करोड़ रुपये का राजस्व जेनरेट करने के लिए 20 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश.
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लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज के ब्रांड माईडीएनए के माध्यम से जीनोम परीक्षण के लिए सलाइवा-बेस्ड टेक्नोलॉजी को पेश किया, जो 99% सटीक परिणाम देता है

• 5 सालों में 100 करोड़ रुपये का राजस्व जेनरेट करने के लिए 20 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश.

मुंबई | 6 जुलाई, 2023: विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाले समूह लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज ने अपनी पहली ऑनलाइन लैब के साथ भारत में जीनोम परीक्षण में सबसे आगे रहने के लिए एक नई पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी लॉर्ड्स मार्क माइक्रोबायोटेक की शुरुआत की है. लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज ने उत्कृष्ट बिजनेस के 25 साल पूरे होने के सिलसिले में मनाए जा रहे जश्न के तौर पर नई सब्सिडियरी बनाई हैl

कंपनी लॉर्ड्स मार्क माइक्रोबायोटेक की शुरुआत के साथ अपने ब्रांड माईडीएनए के माध्यम से जीनोम परीक्षण के लिए सलाइवा बेस्ड टेक्नोलॉजी भी पेश कर रही है, जो 99% सटीक परिणाम देता है. सलाइवा बेस्ड टेस्ट में खून निकालने या फ्लेबोटोमिस्ट की जरूरत नहीं होती है. कोई भी व्यक्ति किट में बताए गए निर्देशों को पढ़ कर अपने घर पर ही यह टेस्ट कर सकता है. लॉर्ड्स मार्क माइक्रोबायोटेक का लक्ष्य डॉक्टरों और हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के माध्यम से देश भर में आम लोगों के लिए जीनोम टेस्ट के लिए प्रोडक्ट व टेक्नोलॉजी को उपलब्ध कराना होगा. लोग कंपनी की वेबसाइट के माध्यम से जीनोम परीक्षण किट का ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं, जो उन्हें 48 घंटों के भीतर डिलीवर हो जाएगा और टेस्ट हो जाने के बाद उन्हें वापस पिक अप किया जाएगा. लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज के पास पॉलीजेनिक रिस्क स्कोर (पीआरएस) की गणना के लिए स्नैपी नाम का अपना पेटेंट एल्गोरिदम भी है, जो किसी खास बीमारी को लेकर किसी व्यक्ति के आनुवंशिक जोखिम (प्रीडिस्पोजिशन) का अनुमान लगाता है. पीआरएस किसी खास बीमारी के ओवरऑल आनुवंशिक जोखिम का पता लगाने के लिए सभी ज्ञात कॉमन वैरिएंट्स का जोड़ निकालता हैl

लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज के संस्थापक श्री सच्चिदानंद उपाध्याय ने इस मौके पर कहा, “जीनोम परीक्षण एक ऐसा रोमांचक व नया एरिया है, जो भारत में हेल्थकेयर में क्रांति लाने की क्षमता रखता है. इस कारण यह बहुत गर्व की बात है कि इस नई सहायक कंपनी की शुरुआत लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज के द्वारा व्यवसाय में उत्कृष्टता के 25 साल पूरे करने के अवसर पर की गई है. लॉर्ड्स मार्क माइक्रोबायोटेक कैंसर, हृदय संबंधी बीमारियों, मधुमेह या वंशानुगत स्थितियों जैसी बीमारियों का तुंरत पता लगाने, स्क्रीनिंग करने और पर्सनलाइज्ड तरीके से उपाय करने के लिए बचाव के जीनोम परीक्षण पर फोकस करेगीl”

नई सहयोगी कंपनी का लक्ष्य देशभर के 48 शहरों में सुलभ और किफायती जीनोम टेस्टिंग उपलब्ध कराना होगा. शुरुआत में मेट्रो और टियर 1 शहरों पर फोकस किया जाएगा, और फिर अगले 3-4 सालों में टियर 2 और टियर 3 शहरों पर ध्यान दिया जाएगा. लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज की पिछले 25 सालों से अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने की विशेषज्ञता और उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान का उपयोग करते हुए, जीनोम टेस्टिंग से लोगों को उनकी आनुवंशिक समस्याओं का अच्छे से विश्लेषण और अध्ययन कर स्वास्थ्य संबंधी जोखिम के बारे में सटीक जानकारियां हासिल होंगीl

लॉर्ड्स मार्क माइक्रोबायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ श्री सुबोध गुप्ता ने कहा, “हमारे पास जीनोम टेस्टिंग की तकनीक पहले से ही है. नई सहयोगी कंपनी के गठन से अब हम तत्काल पता लगाने, स्क्रीनिंग करने और पर्सनलाइज्ड तरीके से उपाय करने के लिए बचाव के जीनोम परीक्षण पर फोकस करेंगे. हमारा फोकस फार्माकोजेनोमिक्स पर भी होगा, जो दवाओं को चुनने और सही खुराक तय करने में मदद कर सकता हैl”

नियमित स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग के माध्यम से प्रीवेंटिव जीनोमिक्स कैंसर, हृदय संबंधी बीमारियों, मधुमेह या अनुवांशिक दिक्कतों जैसी बीमारियों का तुरंत पता लगाने, समय पर इलाज करने और बेहतर अनुमान लगाने में मदद कर सकता है. लॉर्ड्स मार्क माइक्रोबायोटेक की जीनोम टेस्टिंग किट एंड-टू-एंड प्रीवेंटिव जेनेटिक टेस्टिंग सॉल्यूशन प्रदान करेगी. जीनोम टेस्टिंग किट की कीमत 8000 रुपये से 16,000 रुपये के बीच होगी. लॉर्ड्स मार्क बायोटेक के पास जीनोमिक्स और बिग डेटा डोमेन में 15 सालों से ज्यादा की तकनीकी विशेषज्ञता के साथ जैव प्रौद्योगिकीविदों, सांख्यिकीविदों, आनुवंशिकीविदों, जैव सूचना विज्ञानियों और चिकित्सा परामर्शदाताओं की एक प्रभावशाली आर एंड डी टीम है. कंपनी कैंसर और टीबी जैसी बीमारियों के लिए डायग्नोस्टिक टूल विकसित करने और इन्हें उपलब्ध करने के लिए प्रमुख वैज्ञानिक व अनुसंधान संस्थानों के साथ भी सहयोग करेगी. कंपनी अगले 5 सालों में 100 करोड़ रुपये का राजस्व जेनरेट करने के लिए 20 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश करेगीl


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