तहसीलदार को दिया ज्ञापन, मांगें पूरी न होने पर होगी भूख हड़ताल
बकस्वाहा। सुनने में बड़ा आश्चर्य लगता है कि आजादी के 75 साल बाद भी जनपद पंचायत बक्सवाहा का ग्राम तुमरय़ाऊ जो आज तक राजस्व ग्राम भी घोषित नहीं हो सका। ग्रामीणों ने प्रशासन को माध्यम से 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिया है। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से शीघ्र निराकरण की मांग की है। तीन दिन के अंदर मांगे पूरी न होने पर ग्रामीण समाजसेवी मनीष जैन के नेतृत्व में अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे।
ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया है कि बक्सवाहा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत केरबारा का ग्राम तुमरयाऊ राजस्व ग्राम घोषित किया जाए। तुमरयाऊ में बच्चों के लिए स्कूल भवन होने के बावजूद भी शिक्षक नहीं है। तुमरयाऊ गांव से जुझारपुरा बच्चों को जाना पड़ता है। बच्चों को जाने के लिए कोई सड़क नहीं है। खेतों की पगडंडियों से बच्चों को बरसात में जाना दूभर रहता है।
राजस्व ग्राम न होने से आय जाति निवास अन्य प्रमाण पत्रों के बनने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव में जिन लोगों के समग्र आईडी आधार कार्ड वोटर पहचान कार्ड में गलत एंट्री होने से सभी ग्रामवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम वासियों के बच्चों को आज तक आंगनबाड़ी की सुविधा प्राप्त नहीं हुई है। उनका पोषण आहार का आंगनबाड़ी केंद्रों के द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है गांव में नल जल योजना के तहत पेयजल की सुविधा भी ग्राम वासियों को प्राप्त नहीं हुई है। अपनी समस्याओं के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन को कई बार आवेदन दिए परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। इन सभी मांगों को लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। अपने दस्तावेजों के लिए दर दर कार्यालय के चक्कर लगाकर परेशान हो रहे हैं। परंतु कोई भी समस्या का हल नहीं निकल पा रहा है।
ज्ञापन में बताया कि तीन दिन में अभी ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता है। तो ग्रामीण भूख हड़ताल एवं अनशन के लिए मजबूर होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने वालों में समाजसेवी मनीष जैन लक्ष्मण पटेल, किशोरी पटेल, भगोला अहिरवार, चरन पारदी, क्रांति बाई आदिवासी, गणेश पटेल, भगवानदास पटेल, सूरा रजक सहित गांव के सभी ग्रामीण एवं महिलाएं उपस्थित रहें।
