पिता कुंजबिहारी अग्रवाल का हादसे में हो गया था निधन
छतरपुर। हादसे में जान गंवाने वाले कुंजबिहारी अग्रवाल का छोटा बेटा सत्यम अब अभाव की जिंदगी नहीं जिएगा। शिवपुरी के एक सक्षम गोयल परिवार ने उसकी शिक्षा-दीक्षा से लेकर परवरिश तक की पूरी जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लेकर उसे अपना लिया है। सटई रोड स्थित छुई खदान इलाके में रहने वाले कुंजबिहारी अग्रवाल का कुछ दिन पहले एक हादसे में निधन हो गया था। वे अपने पीछे पत्नी रेखा और 4 बच्चों को छोड़ गए थे। परिवार के मुखिया की मृत्यु हो जाने पर समाज के लोगों की मदद से इस परिवार की जीविका चल रही है।
अभावों में जी रहे बच्चों की जानकारी मिलने पर शिवपुरी की निधि और उनके व्यापारी पति शिशिर गोयल ने रेखा के एक साल के बेटे की परवरिश की मंशा जताई थी। अग्रवाल समाज के वरिष्ठजनों ने इस बारे में दिवंगत कुंजबिहारी अग्रवाल की पत्नी रेखा से चर्चा की जिससे वे बेटे के बेहतर भविष्य की सोच कर अपने सालभर के जिगर के टुकड़े सत्यम को गोयल परिवार की परवरिश में देने को सहमत हो गईं। दोनों पक्षों में सहमति बनने के बाद शुक्रवार की दोपहर सरानी दरवाजा बाहर स्थित माता महालक्ष्मी मंदिर में अग्रवाल समाज के वरिष्ठजनों की मौजूदगी में रेखा ने भरे मन से अपने बेटे सत्यम को माता महालक्ष्मी के समक्ष निधि शिशिर गोयल को सौंप दिया। निधि का मायका छतरपुर में ही है उन्हें केवल दो बेटियां हैं अब सत्यम भी उनका बेटा बनकर परिवार का हिस्सा हो गया है।
इस अवसर पर अग्रवाल समाज के संरक्षक हरिप्रकाश अग्रवाल, जिलाध्यक्ष प्रभात अग्रवाल, कार्यकारी जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र अग्रवाल, देवेन्द्र अग्रवाल, नगर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, अग्रसेन महिला विकास समिति अध्यक्ष सोनम अग्रवाल, अग्रवाल नवयुवक मंडल अध्यक्ष शिवम सानू सहित दोनों पक्षों के परिजन और समाजजन मौजूद थे।
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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