आराध्या तिवारी उम्र 10 वर्ष पिता पंकज तिवारी निवासी कमर्जी सीधी जो कि जन्म से ही मेजर थैलेसेमिया नामक भीषड़ बीमारी से पीड़ित हैं। जिससे की शरीर में खून की कमी के कारण महीने में दो से तीन बार खून चढ़वाया जात हैं।इस बीमारी के इलाज हेतु सीएमसी वेल्लोर में बोन मैरो ट्रांसप्लांट होना सुनिश्चित हुआ हैं। जिसके इलाज में 50 से 60 लाख तक इलाज का खर्चा होना हैं।बेटी का पिता अपनी सारी जमा पूंजी अब तक बिटिया को जिंदा रखने में अब तक के इलाज में लगा चुका है अब जब बिटिया के ट्रांसप्लांट होना है तो पैसे के अभाव के कारण पिता पंकज तिवारी ने घर घर भीख मांगने का कदम उठाया हैं l

डॉ विपिन तिवारी ने आराध्या तिवारी, जो 10 वर्ष की हैं, मेजर थैलेसेमिया की बीमारी से पीड़ित हैं उनके लिए जनता से से अपील की है कि “हमें अपनी भावनाओं को साझा करके आराध्या की मदद करनी चाहिए। इस संकट से निपटने के लिए, हमें आराध्या के लिए आवाज बननी चाहिए, उनके इलाज के लिए आवश्यक धन संग्रह करनी चाहिए। हम सब मिलकर आराध्या को एक नया जीवन देने के लिए संघर्ष कर सकते हैं।”


Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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