*मानवीय पहलू*
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*मंत्री कमल पटेल के जनता दरबार में पढ़ने की चाह में सलोनी का मुरझाया चेहरा कमल जैसा खिल उठा…….*
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*मंत्री ने कहा टेंशन खत्म डोंट बरी बी हैप्पी मैं हूं ना……..*
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*हरदा/ भोपाल।प्रदेश के कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल कहने को ऐसे ही कमल नहीं है। वे अपने तौर-तरीकों और नए नवाचारो के साथ लोगों के चेहरे को कमल की तरह खिला देते हैं।इसीलिए तो उन्हें कमल कहते हैं। स्पोर्ट्स एक्टिविटी हो या किसी जरूरतमंद को मदद करने का मामला हो, वे पीछे नहीं हटते है। खास तौर से शिक्षा क्षेत्र के मामलों को लेकर वे बेहद ही संवेदनशील रहते हैं।*
*उनके जीवन के बीते 30 वर्षों के राजनैतिक सफर में ऐसा कोई दिन नही गुजरा होगा जिसमें बे गरीब, असहाय ,दिव्यांग जैसे जरूरतमंद लोगों की मदद न कर पाए हो।* *यानि की 24 × 7 सातो दिन 24 घंटे लोगो की मदद करने के लिए तत्पर रहते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में मदद के लिए उनके दरबार में गुहार लेकर कोई अगर आया तो वह खाली हाथ नहीं गया। ऐसे एक नहीं अनेकों मामले हैं। जिसमें कृषि मंत्री कमल पटेल ने अपनी तरफ से राशि देकर लिखाई पढ़ाई का इंतजाम किया।*
*रविवार को अपने गृह ग्राम बारंगा में थे और जनता दरबार लगाकर क्षेत्र की जनता की समस्याओं को सुनकर निराकरण कर रहे थे। इसी बीच उनके जनता दरबार में हरदा जिले के मसनगांव की सलोनी सोनी पिता दिनेश सोनी आई।वह पढ़ने में मेधावी छात्रा है । वह आगे पढ़ना चाहती है, नर्सिंग कोर्स में उसका सिलेक्शन भी हो गया लेकिन गरीब परिवार की पृष्ठभूमि होने और पेसो के अभाव के कारण वह आगे की पढ़ाई करने में सक्षम नहीं है । मंत्री पटेल को जब इस बालिका के विषय में बताया गया तो उन्होंने पूरी बात को गंभीरता से सुना। सुनने के बाद बिटिया के सिर पर हाथ रखा और कहा कि कमल मामा है ना बेटी।आप जरूर नर्सिंग कोर्स करोगी नर्सिंग कोर्स करने में जो खर्चा है ।वो मैं स्वयं उठाऊंगा। डोंट बरी बी हैप्पी टेंशन खत्म कहते हुए उन्होंने बेटी का चेहरा कमल जैसा खिला दिया।*
