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Sunday, June 22, 2025, 10:56 am

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शुरू होगी “आपदा सखी योजना”

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन कार्यशाला में दी महत्वपूर्ण बात, शुरू होगी “आपदा सखी योजना”

देहरादून, 30 मई 2025: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में आयोजित राज्य आपदा प्राधिकरण की कार्यशाला में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने “आपदा सखी योजना” की शुरुआत करने की घोषणा की, जो महिलाओं को आपदा प्रबंधन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रशिक्षित करेगी।


महिलाओं को आपदा प्रबंधन में सशक्त बनाएगी ‘आपदा सखी योजना’

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह योजना महिला स्वयंसेवकों को आपदा से पहले चेतावनी देना, प्राथमिक उपचार, राहत कार्य, और मानसिक सहायता प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित करेगी। इस योजना से न सिर्फ आपदा प्रबंधन में सामाजिक सहभागिता बढ़ेगी, बल्कि महिला सशक्तिकरण को भी नई दिशा मिलेगी।


उत्तराखंड के लिए आपदा प्रबंधन एक बड़ी चुनौती

मुख्यमंत्री ने कहा, “उत्तराखंड एक प्राकृतिक आपदाओं से ग्रसित राज्य है। भूस्खलन, बाढ़, बादल फटने जैसी घटनाएं यहां आम हैं। इन आपदाओं से निपटने के लिए सतर्कता और बेहतर तैयारी जरूरी है।” उन्होंने सभी विभागों को आपदा प्रबंधन में एकजुट होकर काम करने और आम जनता को जागरूक बनाने पर जोर दिया।


प्रोएक्टिव तैयारी से हुई कई जानों की रक्षा

मुख्यमंत्री ने पिछले वर्ष गौरीकुंड और टिहरी के तोली गांव में हुई प्राकृतिक आपदाओं का जिक्र करते हुए कहा कि त्वरित प्रशासनिक कार्रवाई से कई लोगों की जान बचाई गई। उन्होंने कहा, “आपदा के दौरान स्थानीय लोग सबसे पहले मौके पर पहुंचते हैं, इसलिए उन्हें प्रशिक्षित करना आवश्यक है।”


नई तकनीक और बेहतर समन्वय से होगा नुकसान कम

राज्य सरकार ने आपदा जोखिम की पहचान और त्वरित प्रतिक्रिया के लिए ड्रोन, सैटेलाइट निगरानी, और जीआईएस मैपिंग जैसी आधुनिक तकनीकों को अपनाया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि संवेदनशील इलाकों में बचाव उपकरण और संसाधनों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें।


मानसून से पहले पुख्ता इंतजाम

मौसम विभाग और एनडीएमए के अनुसार इस बार मानसून सामान्य से अधिक बारिश लेकर आ सकता है। इसलिए 15 जून से सितंबर तक के लिए विशेष सतर्कता बरतनी होगी। एनडीएमए ने राज्य को भूस्खलन, वनाग्नि, और अन्य आपदाओं के लिए करोड़ों रुपये के अनुदान भी प्रदान किए हैं।


मुख्यमंत्री का सक्रिय नेतृत्व

सिल्क्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन और अन्य हालिया आपदाओं के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों की निगरानी की। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि वे सतत समन्वय और तत्परता बनाए रखें ताकि आपदा प्रभावितों को तत्काल सहायता मिल सके।


कार्यशाला में क्या हुआ?

कार्यशाला में मौसम पूर्वानुमान, भूस्खलन चेतावनी प्रणाली, आपदा से जुड़ी बीमारियों से बचाव, और विभिन्न आपदा प्रबंधन तकनीकों पर चर्चा हुई। प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ उपस्थित थे।

 


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