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Monday, November 17, 2025, 6:58 pm

Monday, November 17, 2025, 6:58 pm

मुख्यमंत्री धामी ने मालन पुल समेत 7 योजनाओं का लोकार्पण

मालन पुल
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उत्तराखंड में विकास की नई रफ्तार: मुख्यमंत्री धामी ने मालन पुल समेत 7 योजनाओं का किया वर्चुअल लोकार्पण

देहरादून/कोटद्वार |
उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में कनेक्टिविटी और आधारभूत सुविधाओं के विस्तार की दिशा में एक और ठोस कदम उठाया है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कोटद्वार क्षेत्र में मालन नदी पर बने महत्वपूर्ण सेतु सहित कुल 07 अधोसंरचना परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि ये योजनाएं न सिर्फ आवागमन को सुगम बनाएंगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा प्रदान करेंगी। “मालन सेतु को फिर से जनता को समर्पित करना हमारी विकासशील सोच का प्रतीक है,” उन्होंने कहा।

CG

कोटद्वार को मिल रही विकास योजनाओं की सौगात:

  • 4.50 करोड़ रुपये की लागत से सुखरौं नदी पर पुल का मजबूतीकरण
  • 2.10 करोड़ रुपये से कौड़िया-मोटाढाक मार्ग पर नया डबल लेन पुल
  • 2.36 करोड़, 2.70 करोड़ और 4.87 करोड़ की लागत से खोह नदी पर तीन अलग-अलग पुलों की मरम्मत
  • 18.25 करोड़ रुपये से चिल्लरखाल-कोटद्वार-पाखरो मार्ग के 112वें किलोमीटर पर सुदृढ़ीकरण कार्य

भविष्य के लिए मुख्यमंत्री की घोषणाएं:

  1. मेरठ-पौड़ी हाईवे से लालपुर, नयाबाद और पुराना कोटद्वार तक सड़क सुदृढ़ीकरण
  2. कोटद्वार नगर क्षेत्र में पेयजल पाइपलाइन विस्तार
  3. सिंचाई विभाग के अंतर्गत मालन फीडर और नहरों की मरम्मत
  4. खोह नदी किनारे ग्राम बिशनपुर की बाढ़ सुरक्षा
  5. मालन नदी के साइफन और आउटलेट वेल का सरंक्षण कार्य

कोटद्वार के लिए व्यापक विकास खाका:

मुख्यमंत्री ने बताया कि कोटद्वार में चल रही बड़ी परियोजनाओं में 135 करोड़ की नमामि गंगे योजना, 691 करोड़ की चार लेन बाईपास सड़क, और रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास शामिल है। इसके अलावा, दिल्ली से सीधी ट्रेन सेवा, केंद्रीय विद्यालय, बस टर्मिनल, और मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल की परियोजनाएं भी प्रगति पर हैं।

विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूड़ी भूषण, नगर निगम मेयर श्री शैलेंद्र सिंह रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री राज गौरव नौटियाल तथा जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने भी वर्चुअल कार्यक्रम में भाग लिया और मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।


संदेश साफ है: उत्तराखंड अब सिर्फ देवभूमि नहीं, बल्कि विकासभूमि बनकर उभर रहा है।

 


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