• घमंडिया गठबंधन की हालत – दिल्ली में दोस्ती, राज्यों में कुश्ती
• जिस दिन इंडी गठबंधन बना था हमने कह दिया था यह बेमेल गठबंधन है
• इंडी गठबंधन ने मध्यप्रदेश में रैली तय की थी कमलनाथ ने कैन्सल करवा दी
• इंडी गठबंधन तो बनने से पहले ही टूट गया। इसका कोई भविष्य ही नहीं है ये घमंडिया लोग बिखर गए
*– श्री शिवराज सिंह चौहान*
भोपाल, दिनांक 20 /10/2023। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि घमंडिया गठबंधन की हालत – दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती कर रहे है । ये घमंडिया गठबंधन है इनमें न लोगों के विचार एक हैं और न ही दिल एक है। केवल मोदी जी की लोकप्रियता से घबराकर ये बेमेल गठबंधन बना था जो बनने से पहले ही टूट रहा है। इस इंडी गठबंधन ने मध्यप्रदेश में रैली तय की थी उसे कमलनाथ ने कैन्सल करवा दी और घुसने से भी मना कर दिया।
*इंडी गठबंधन के घमंडिया लोग पूरी तरह बिखर गए*
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिस दिन से यह गठबंधन बना है यह अजीब गठबंधन है दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती ऐसा कहीं होता है क्या? जिस तरह का बयान सपा नेता अखिलेश यादव का आया है, उससे यह साफ़ हो चुका है कि इंडी गठबंधन बनने से पहले ही टूट गया है। इसका कोई भविष्य ही नहीं है ये घमंडिया लोग पूरी तरह बिखर गए है ।
*गठबंधन में ऐसे नजारे सामने आ रहे हैं कि लोग देख कर आश्चर्य हैं*
श्री चौहान ने कहा कि अभी-अभी जो कल अखिलेश यादव ने कहा है कि कांग्रेस ने उन्हें और सपा को एक साल तक धोखे में रखा बातें करते रहे और बाद में धोखा दे दिया। उनके कार्यकर्ता रातभर जागे, उन्हें बैठाया और उन्होंने चिरकुट जैसे जिन शब्दों का प्रयोग किया है इससे अखिलेश यादव के मन की स्तिथि समझी जा सकती है कि कांग्रेस ने उन्हें कितना धोखा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस आपस में भी धोखा दे रही है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस लड़ रही है, सपा लड़ रही है, आप भी बाहें चढ़ाकर सामने खड़ी है ये आपस में लड़ रहे है ये काहे का गठबंधन है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य के साथ जनता इस गठबंधन को देख रही है कि जब आज ही इस गठबंधन की यह स्थिति है, ये आपस में लड़ रहे हैं तो इनके हाथों में देश और प्रदेश का भविष्य कैसे होगा।
*कुछ टिकट दिग्विजय सिंह- कुछ कमलनाथ के बाकी मलते रह गए हाथ*
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की भी कल सूची जारी हुई है, कुछ टिकट कमलनाथ जी तो कुछ टिकट दिग्विजय सिंह जी ले गए। बाकी कांग्रेस के नेता हाथ मलते रह गए। कांग्रेस में अब आपस में ही लड़ाई मची हुई है। विरोध हो रहा है, पुतले जल रहे हैं। एक अपने पुत्र को स्थापित कर रहा है तो दूसरा अपने पुत्र को स्थापित कर रहा है।
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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