टिकिट लेने वालों को नहीं मिलती सीट, स्टेशन पर पुलिस की कमी से बढ़ रहे अपराध
वेटिंग रूम से ए.सी. गायब, गंदगी बढ़ी
छतरपुर। छतरपुर के रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्कीम के माध्यम से विकसित करने की चर्चाएं चल रही हैं। इस योजना के माध्यम से स्टेशन पर कुछ विकास कार्य भी शुरू हुए हैं लेकिन छतरपुर का यह रेलवे स्टेशन फिलहाल कई समस्याओं से जूझ रहा है। सबसे बड़ी समस्या यहां स्टाफ की कमी से उपज रही है। पर्याप्त रेलवे स्टाफ एवं रेल पुलिस नहीं होने के कारण यात्रियों को कई मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है।
बेशक छतरपुर रेलवे स्टेशन के कारण जिले में आवागमन की सुविधाएं बेहतर हुई हैं। यहां से गुजरने वाली गाडिय़ों की संख्या बढऩे के कारण लोग आसानी से दूसरे राज्यों तक पहुंचने लगे हैं लेकिन इस स्टेशन पर स्टाफ नहीं बढ़ाया जा रहा है जिसके कारण मुसाफिर परेशान हैं। सबसे बड़ी परेशानी टीटी के अभाव से निर्मित होती है जिसके चलते कई लोग बगैर टिकिट इस स्टेशन से यात्रा कर रहे हैं। टिकिट लेने वालों को ही कई बार उनकी सीट नहीं मिलती। पर्याप्त पुलिस बल न होने के कारण चोरी और लूट की वारदातें भी पिछले कुछ महीनों में बढ़ी हैं। इतना ही नहीं स्टेशन पर पर्याप्त टिकिट विंडो नहीं होने, डिब्बों के रूकने का स्थान निर्धारित नहीं होने जैसी कई समस्याएं मौजूद हैं। स्टेशन पर रोशनी की कमी और गंदगी की बढ़ोत्तरी भी परेशान करने वाली है।
अब साढ़े तीन करोड़ से शुरू हुए विकास कार्य
अमृत भारत योजना के माध्यम से इस स्टेशन को विकसित स्टेशन बनाया जा रहा है। इसके साथ ही रेलवे से साढ़े तीन करोड़ रूपए के माध्यम से कुछ बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने का काम भी शुरू किया है। बरूआसागर की एक ठेकेदारी कंपनी इस बजट से यहां पार्क, प्लेटफार्म, पार्किंग, परिसर की सड़कों का चौड़ीकरण और महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा का निर्माण कर रही है। यह कार्य तेजी से चल रहा है जो अगले वर्ष मई-जून तक पूरा हो सकता है। इसके अलावा अमृत भारत स्कीम के माध्यम से अक्टूबर नवंबर तक यहां कोच डिस्प्ले, लोडिंग, अनलोडिंग रैक प्वाइंट का काम भी पूरा होने की उम्मीद है।
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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