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Tuesday, November 18, 2025, 9:46 am

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PM मोदी का उत्तरकाशी दौरा: ‘घाम तापो टूरिज्म’ के जरिए उत्तराखंड

PM मोदी का उत्तरकाशी दौरा: 'घाम तापो टूरिज्म' के जरिए उत्तराखंड
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PM मोदी का उत्तरकाशी दौरा: ‘घाम तापो टूरिज्म’ के जरिए उत्तराखंड को बारामासी पर्यटन की दिशा में ले जाने का संदेश

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र हर्षिल घाटी और मां गंगा के मायके मुखवा गांव में एक दिवसीय शीतकालीन यात्रा के दौरान राज्यवासियों को ‘विंटर टूरिज्म’ को लेकर नई ऊर्जा और दृष्टिकोण प्रदान किया। उन्होंने गढ़वाली में ‘घाम तापो टूरिज्म’ (धूप सेकना) की संकल्पना को आगे बढ़ाते हुए सर्दियों के पर्यटन को उत्तराखंड की आर्थिकी का आधार बनाने का आह्वान किया।

प्रधानमंत्री ने मुखवा और हर्षिल से अपने संबोधन में देशवासियों से अपील की कि वे उत्तराखंड की आध्यात्मिक, प्राकृतिक और सांस्कृतिक समृद्धि का अनुभव करने के लिए शीतकालीन महीनों में देवभूमि की यात्रा करें।

CG

शीतकालीन पर्यटन को मिला नया आयाम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि उत्तराखंड के टूरिज्म को बारामासी (सालभर चलने वाला) बनाया जाए। मार्च से जून के बीच पर्यटन सीजन की एकतरफा निर्भरता राज्य की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाती है। उन्होंने कहा कि सर्दियों में जब मैदानों में कोहरा होता है, तो पहाड़ों में धूप और बर्फबारी का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।

कॉरपोरेट, फिल्म इंडस्ट्री और युवाओं के लिए अपील

PM मोदी ने कॉरपोरेट जगत से अपील की कि वे अपनी कॉन्फ्रेंस, सेमिनार और टीम रिट्रीट के लिए उत्तराखंड जैसे प्राकृतिक स्थलों को प्राथमिकता दें। साथ ही, युवाओं और फिल्म जगत को ट्रैकिंग, स्कीइंग, शूटिंग और वैडिंग डेस्टिनेशन के तौर पर देवभूमि को अपनाने का सुझाव दिया।

“उत्तराखंड को ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ का पुरस्कार मिल चुका है। अब जरूरत है कि विंटर सीजन में भी यहां गतिविधियां बनी रहें,” – प्रधानमंत्री मोदी

धार्मिक यात्रा का भी उत्तम समय

प्रधानमंत्री ने बताया कि सर्दियों में जब चारधाम के कपाट बंद रहते हैं, तब उनके गद्दीस्थलों पर अनुष्ठान और पूजा विधियां जारी रहती हैं। यह समय तीर्थ यात्रियों को आध्यात्मिक अनुभव देने के लिए सर्वोत्तम है।

डबल इंजन की सरकार का फोकस: बुनियादी ढांचे और सीमांत गांवों का विकास

PM मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इससे श्रद्धालुओं के लिए यात्रा अधिक सुगम होगी। उन्होंने कहा कि अब सीमांत गांव ‘अंतिम नहीं, पहले गांव’ माने जाएंगे।
वाइब्रेंट विलेज योजना के अंतर्गत जादुंग, नेलांग, माणा जैसे गांवों को फिर से बसाने और पर्यटन केंद्रों के रूप में विकसित किया जा रहा है।

CM पुष्कर सिंह धामी ने जताया आभार

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री का राज्य आगमन पर आभार व्यक्त करते हुए कहा:

“यह हमारा सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री जी का उत्तराखंड को निरंतर मार्गदर्शन प्राप्त होता रहा है। शीतकालीन यात्रा की पहल राज्य के पर्यटन और सीमांत विकास को नई दिशा देगी।”

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि इस वर्ष से राज्य सरकार ने ‘शीतकालीन यात्रा’ की शुरुआत की है, जिससे हजारों स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और प्रदेश की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी।

आगामी आयोजनों पर भी चर्चा

मुख्यमंत्री ने बताया कि आगामी वर्षों में नंदा राजजात यात्रा और महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों की भी तैयारियां प्रारंभ हो चुकी हैं, जो उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक मंच पर स्थापित करेंगे।


📸 मुखवा और हर्षिल में विंटर टूरिज्म प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री ने रुचि दिखाई। उन्होंने सुझाव दिया कि कंटेंट क्रिएटर और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को इस अभियान से जोड़ा जाए।


विशेष जानकारी के लिए:

  • रोपवे परियोजनाएं: केदारनाथ (4081 करोड़) और हेमकुंड (2730 करोड़)
  • 50 नए पर्यटन स्थल विकसित करने की योजना
  • सीमांत गांवों को वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है

 

 


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