देहरादून के सर्वेचौक स्थित आई.आर.डी.टी. सभागार में आयोजित “सम्मान अभियान” कार्यशाला में शनिवार को उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। यह अभियान भारतीय संविधान के शिल्पकार, भारत रत्न डॉ. भीम राव अंबेडकर के जीवन, संघर्ष और विचारों को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने का एक प्रेरणास्रोत प्रयास है।
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में डॉ. अंबेडकर के योगदान को युगांतरकारी बताते हुए कहा कि उनका जीवन सामाजिक समानता और समरसता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि ‘सम्मान अभियान’ न केवल बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर है, बल्कि उनके विचारों को आज की पीढ़ी के साथ पुनः संवाद में लाने का माध्यम भी है।

श्री धामी ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय जनता पार्टी की वैचारिक जड़ें सामाजिक न्याय, अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के कल्याण और एकात्म मानववाद में निहित हैं। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा प्रतिपादित “अंत्योदय” की परिकल्पना आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में साकार हो रही है।
मुख्यमंत्री ने डॉ. अंबेडकर द्वारा प्रस्तावित संविधान की प्रस्तावना के मूल स्तंभ—न्याय, स्वतंत्रता और समानता—की व्याख्या करते हुए बताया कि राज्य सरकार इन्हीं सिद्धांतों को धरातल पर लागू करने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण की दिशा में दलित, वंचित और आदिवासी वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ना अनिवार्य है।
उन्होंने यह भी बताया कि अनुसूचित जाति और जनजाति समुदायों के कल्याण के लिए राज्य सरकार ने शिक्षा, आवास, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है। कक्षा 1 से 12 तक छात्रवृत्ति, निःशुल्क छात्रावास, कोचिंग सुविधा, और आईटीआई संस्थान इसका उदाहरण हैं।
राज्य सरकार द्वारा अंतरजातीय विवाह पर प्रोत्साहन राशि और निर्धन परिवारों की बेटियों के विवाह हेतु अनुदान राशि जैसी योजनाएं सामाजिक समरसता को सुदृढ़ करने की दिशा में ठोस कदम हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यह भी रेखांकित किया कि उत्तराखंड भारत का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता लागू कर सामाजिक न्याय की दिशा में ऐतिहासिक पहल की है। उन्होंने इसे बाबा साहेब को सच्चे अर्थों में श्रद्धांजलि बताया।
समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, राज्यसभा सांसद डॉ. राधा मोहन अग्रवाल, संगठन महामंत्री श्री अजेय कुमार समेत अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
कार्यशाला के आगामी सत्रों में “सम्मान अभियान” की रणनीतियों, उद्देश्य और स्थानीय स्तर पर उसके प्रभावशाली क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की जाएगी, जिससे डॉ. अंबेडकर के आदर्शों को व्यवहार में उतारा जा सके।

Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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