राज्य के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर यह साबित किया कि वे केवल एक प्रशासक नहीं, बल्कि जनता की भावनाओं को समझने वाले एक जागरूक और संवेदनशील नेता हैं। मंगलवार की देर रात, कैबिनेट बैठक समाप्त कर जब मुख्यमंत्री सचिवालय से बाहर निकल रहे थे, तब एक असामान्य घटनाक्रम देखने को मिला।
मुख्यमंत्री ने सड़क किनारे खड़े टिहरी जनपद से आए श्री रघुनन्दन प्रसाद पाण्डेय को देखा, जो उनसे मिलने की आशा लेकर वहीं रुके थे। बिना किसी झिझक या औपचारिकता के, मुख्यमंत्री ने तुरंत अपने वाहन काफिले को रुकवाया और स्वयं श्री पाण्डेय के पास जाकर उनकी समस्या सुनी।

श्री पाण्डेय ने मुख्यमंत्री को पहाड़ी इलाकों से हो रहे निरंतर पलायन के विषय में विस्तार से जानकारी दी और इससे निपटने हेतु कुछ सुझाव भी साझा किए। उनकी बात को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने मौके पर ही संबंधित विभागीय सचिव को निर्देश जारी किए और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार पलायन जैसे जटिल मुद्दे पर प्रभावी रणनीति के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि विकास केवल शहरी इलाकों तक सीमित न रहे, बल्कि प्रत्येक ग्राम, हर व्यक्ति तक उसका लाभ पहुंचे। उन्होंने श्री पाण्डेय और उनके साथ आए लोगों के ठहरने के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी तत्काल अधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री धामी की यह पहल यह दर्शाती है कि वे आमजन की समस्याओं को सुनने और उस पर त्वरित निर्णय लेने में विश्वास रखते हैं — चाहे समय कोई भी हो या स्थान कितना भी औपचारिक से इतर क्यों न हो।

Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
Authentic news.