प्रदेश अध्यक्ष ने जताया प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार
भोपाल। प्रदेश में लंबे समय तक कांग्रेस की सरकारें रहीं। उस दौरान बिजली, पानी के कोई ठिकाने नहीं रहते थे। बिजली कब मिलेगी कहा नहीं जा सकता था। सिंचाई के लिए पानी पर दबंगों और लठैतों का कब्जा रहता था। कांग्रेस की सरकारों ने लंबे समय तक केन-बेतवा लिंक जैसी विकास परियोजनाओं को लटकाए रखा। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लगातार प्रयास किए, जिसके फलस्वरूप इस परियोजना की राह से सारी बाधाएं समाप्त हो गई हैं, जिसके लिए मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को हृदय से आभार व्यक्त करता हॅूॅ। इस परियोजना के पूरी हो जाने के बाद बुंदेलखंड विकास का मॉडल बनेगा और परियोजना से इस क्षेत्र में आने वाली जल क्रांति लोगों की जिंदगी बदल देगी और यह परियोजना बुंदेलखण्ड के बुलंद विकास की भागी बनेगी। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही।
स्व. अटल जी ने देखा था सपना, मोदी जी ने पूरा किया
प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि देश की नदियों को एक-दूसरे से जोड़ने का सपना पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी जी ने देखा था। इसके लिए नदी जोड़ो अभियान शुरू किया गया था। इन्हीं नदी परियोजनाओं में से एक थी केन-बेतवा लिंक परियोजना। बाद में आई कांग्रेस की सरकारों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार बनने के बाद इस दिशा में प्रयास शुरू हुए। सारी तकनीकी अनुमतियां ली गईं और प्रधानमंत्री जी ने इस परियोजना के लिए 44605 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया। अब इस परियोजना को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की स्वीकृति भी मिल गई है। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने परियोजना में आने वाली 6017 हेक्टेयर वन भूमि राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण को हस्तांतरित करने की स्वीकृति दे दी है, जिसके बाद इस परियोजना का काम शुरू हो जाएगा। इस तरह पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलजी के सपने को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने साकार किया है, जिसके लिए मैं मध्यप्रदेश, बुंदेलखंड और मेरे संसदीय क्षेत्र खजुराहो की जनता की ओर से प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देता हूं।
बुंदेलखंड का परिदृश्य बदल देगी लिंक परियोजना
प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि बुंदेलखंड को सूखा क्षेत्र कहा जाता था। लोग खेती के लिए बारिश के पानी पर ही निर्भर होते थे। इस परियोजना के पूर्ण हो जाने पर बुंदेलखंड का दृश्य और परिदृश्य बदल जाएगा। नॉन मानसून सीजन में भी इस परियोजना से मध्यप्रदेश को 1,834 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मिलेगा। परियोजना से मध्यप्रदेश के छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी एवं दमोह तथा उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी एवं ललितपुर जिले सीधे लाभांन्वित होंगे तथा परोक्ष रूप से 13 जिलों को लाभ होगा। सिर्फ मध्यप्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ही इस परियोजना के पूर्ण हो जाने पर 283.85 लाख क्विंटल रबी फसल (गेहूं) की पैदावार में वृद्धि होगी। श्री शर्मा ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल पहुंचाने का काम भी इस परियोजना के माध्यम से किया जाएगा और मध्यप्रदेश की 41 लाख आबादी एवं उत्तरप्रदेश की 21 लाख आबादी को पेयजल की सुविधा प्राप्त होगी। यही नहीं, बल्कि इस परियोजना में प्रस्तावित पावर हाउस से कुल 103 मेगावाट जल विद्युत एवं 27 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का भी प्रावधान है, जिससे देश-प्रदेश के विकास के लिए आवश्यक ऊर्जा की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा। श्री शर्मा ने कहा कि किसी समय गरीब कहा जाने वाला बुंदेलखंड इस परियोजना से समृद्धशाली बनेगा।
पूरे प्रदेश को मिलेगा परियोजना का लाभ
प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार ने बुंदेलखंड की खुशहाली के लिए जो प्रयास किए हैं, उनका लाभ पूरा प्रदेश को मिलेगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सरकारों ने बुंदेलखंड में सड़क, बिजली, पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए। इसके चलते बुंदेलखंड में तेजी से पर्यटन का विकास हो रहा है। लिंक परियोजना के पूरे हो जाने के बाद यह क्षेत्र प्रदेश के कृषि उत्पादन में भी बड़ा योगदान देगा। परियोजना के बनने के बाद प्रदेश के सिंचित क्षेत्रफल में 10 लाख हेक्टेयर की वृद्धि होगी। साथ ही इस परियोजना का लाभ दतिया, विदिशा और रायसेन जिलों तक भी पहुंचेगा।
—–आशीष अग्रवाल—–
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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