अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर भोपाल के कमला पार्क स्थिति शीतल दास दास की बगिया में जागृत हिंदू मंच द्वारा 20 जनवरी से 22 जनवरी तक तीन दिवसीय राम दिवाली मनाई जा रही है।आयोजन के दूसरे दिन आज रविवार 21 जनवरी को दीप प्रज्वलित कर अयोध्या कार सेवा में शहीद हुए कोठारी बंधु समेत अन्य सभी शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई।
अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के लिए हुए संघर्ष और बलिदानियों को याद करते हुए मंच के संरक्षक एवं प्रदेश प्रवक्ता डॉ दुर्गेश केसवानी ने कहा
लगभग 500 सालों के संघर्ष के बाद आखिरकार अयोध्या का राममंदिर प्राणप्रतिष्ठा के लिए तैयार है। 22 जनवरी को रामलला पूरे हिंदू शास्त्र विधान के साथ मंदिर में विराजने वाले हैं। हालांकि यह पल लाखों लोगों के बलिदान के बाद आया है।
इतिहास के पन्ने पलटने से पता चलता है कि 1528 में मंदिर तोड़े जाने के वक्त साधु-संतों और बाबर की सेना के बीच युद्ध हुआ था। लखनऊ गजेटियर में मिलता है कि 1,74,000 हिंदुओं के मारे जाने के बाद मीर बाकी को मंदिर ढहाने में सफलता मिली थी। इसमें देवीदीन पांडेय, महाराज रणविजय सिंह, रानी जयराज कुमारी हंसवर, स्वामी महेश्वरानंदजी का नाम आज भी याद किया जाता है।
इसके सैकड़ों साल बाद जब राम मंदिर आंदोलन फिर से चला तो कोलकाता के रहने वाले दो भाइयों ने बाबरी पर भगवा ध्वज फहरा दिया। इसी के तीन दिन बाद उन्हें सड़क पर खड़ा करके गोली मार दी गई।
कार्यक्रम के प्रथम दिवस मंच के कार्यकर्ताओं ने अनेक श्रद्धालुओं की उपस्थिति में दीप जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ किया था साथ ही राम दरबार के समक्ष जय श्री राम लिखकर 1008 दीप प्रज्वलित किए गए थे।
इस अवसर पर शीतल दास की बगिया पर अनेक श्रद्धालुओं ने दीपदान किया प्रमुख रूप से अनिल मोटवानी, अमित वर्मा राजेश जोधवानी, शीतल दास बगिया के महाराज कन्हैया प्रसाद शर्मा,कान्हा डांगी,महाराज कुमार,सोनू साहू शिव असरानी सहित अनेक लोगों उपस्थित थे
डॉ दुर्गेश केसवानी
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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