जिला शिवपुर मध्य प्रदेश के ज्यादातर शिक्षक कहीं ना कहीं विभागों में अटैच है और कुछ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जबकि इनकी सेवाएं स्कूलों में पढ़ने के लिए नियुक्त किए गए थे परंतु इन्होंने देखा स्कूलों में कमाई का जरिया नहीं है ना कोई कमाई का साधन है तो यह कंपटीशन में लग गए और इन्होंने अन्य विभागों मे सट घाट करके अटैच हो गए l कुछ तो जिला शिक्षा अधिकारी विभाग में अटैच हैl
यह ऐसे शिक्षक हैं जिनके पास में आय से अधिक संपत्ति के मालिक हैंl पति-पत्नी परिवार के नाम से उनकी संपत्तियां हैंl उन्होंने अपनी नौकरी कार्यकाल में करप्शन के जरिए रिहायशी इलाकों में शानदार मकान बिल्डिंग बना रखी है तथा फोर व्हीलर टू व्हीलर जमीन जायदाद प्लांट अन्य संपत्ति के मालिक हैं l अगर इनकी जांच वर्तमान में स्वतंत्र एजेंसी से करवाई जाए तो यह करोड़ों के मालिक निकलेंगेl
ऐसे शिक्षक हैं जिनके नाम अभी उजागर होने हैं l इन्होंने जिला शिवपुर मैं रहकर ठाट बाट की जिंदगी व्यतीत करते हैं जबकि नौकरी से पहले इनके पास कुछ भी नहीं था और अपने सेवा कार्यकाल में अपने परिवार का भरण पोषण व परिवार पर खर्च बच्चों की पढ़ाई पर खर्च अच्छे स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला फोर व्हीलरों को मेंटेन करना घर परिवार में तीन-तीन चार-चार मोबाइलों में बैलेंस नेट डलवानाl
क्या यह शिक्षक अपनी नौकरी कार्यकाल में यह संभव है क्या आज वर्तमान में ऐसे शिक्षकों की स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाई जाए तो यह भ्रष्टाचारी शिक्षक काला चिट्ठा सामने उजागर हो जाएगा और भ्रष्टाचारियों पर भी लगाम लगेगी ऐसे शिक्षकों को जल्द से जल्द सरकार को चिन्हित करके उन पर कार्रवाई करनी चाहिए तथा उन्हें विभागों से हटकर अपनी मूल जगह पर पहुंचना चाहिएl
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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