पार्षद के चुनाव में हारे हुए प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए पार्टी आजकल ऐसे लोगों पर मेहरबान है शिवपुर जिले में विधानसभा चुनाव जिला संयोजक बनाना कहीं ऐसा संकेत तो नहीं है दूसरे हारे हुए प्रत्याशी पार्षद पद पर अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए उन्हें जिले से विधायक पद का टिकट देने की गलती तो नहीं कर रही
अगर फिर भी पार्टी इन्हें टिकट देवी देती है किसी बड़े नेता का हाथ जैक जैक से तो यह पक्का समझना मुंगेरीलाल की जमानत जप्त पक्का है और पहले की तरह 2019 मैं जिले का चुनाव की तरह फिर से वर्ष 2023 में वही स्थिति फिर ना बन जाएI
जिले के भीतर या विकास संबंधित हो और या फिर शिक्षा संबंधित, स्वास्थ्य संबंधित, हो कानून व्यवस्था संबंधित हो, कृषि विभाग का संबंधित हो, विद्युत ऊर्जा व्यवस्था संबंधित हो, या फिर नहर संबंधित हो और यातायात संबंधित व्यवस्था भी सुचारू रूप से दुरुस्त नहीं है I
आज जिले को कमी खलती है अच्छे जनसेवक की परंतु जिले में यह स्थिति बड़े नेताओं का हाथ जिले स्तर के नेताओं पर जोकि भ्रष्ट करप्शन वाज घोटालेबाज है उन्होंने जिले की छवि खराब कर दी है I शिवपुर जिले में आज भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पनप रहा है की वजह है ऐसे दलाल नेता जो 10 साल पहले जिनके पास कुछ भी नहीं था आज वह करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं I गाड़ी घोड़ों से लेकर मशीनरी क्या नहीं है उनके पास शिवपुर जिले में पनपता करप्शन इन्हीं दलालों की देन है यह सपना देख रहे हैं जिले का जनप्रतिनिधि बनने का वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव उत्सव आने वाला है I
इन्होंने अपनी जनता के बीच में पहचान प्रचार प्रसार तेज कर दिया है I इन्होंने शिवपुर जिले में पूर्व में आई बाढ़ बाढ़ राहत में जनता को ठीक तरह मुआवजा भी नहीं मिला परंतु दलालों की दलाली खूब फली फूली या फिर सूखा रात हो या महामारी कोराना काल इन्होंने मौका नहीं छोड़ा I
ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी सिलेंडर घोटाले जिला हॉस्पिटल के पास की जमीन का घोटाला, सफेद सोना, रेता संबंधित दलाली, विभागों में दलाली, जिले में ट्रांसफर नीति में दलाली, जिले में बेशकीमती जगह जमीनों पर नजर बनाए रखना अपने छर्रे
जल संसाधन विभाग मैं पूरा डिवीजन करप्शन और घोटाले बाजों से भरा पड़ा है I सभी विभागों का यही हाल है मुंगेरीलाल सपना देख रहे हैं I जिले का विधायक बनने का परंतु इन मुंगेरीलाल का 10 साल पहले का इतिहास खोलकर चैप्टर पढ़ोगे तो यह खागपति भी नहीं थे और इन 10 सालों में इन्होंने करोड़ों की संपत्ति बनाई I यह विषय सोचने पर मजबूर करता है शिवपुर की जनता के लिए विशेषकर देश हित के लिए I ऐसे लोगों की आय से अधिक संपत्ति बेनामी संपत्ति चल अचल संपत्ति इन सब की जांच निष्पक्ष स्वतंत्र एजेंसी से होना चाहिए और पार्टी को ऐसे लोगों को टिकट देने से बचना चाहिए I अगर यह जिले के जनप्रतिनिधि बन गए तो जिले का बंटाधार पूरी तरह संभव है I बिना जनप्रतिनिधि के अभी जिले का यह हाल है बनने के बाद क्या होगा?
