तीन घंटे से अधिक समय में बुझ सकी आग
नौगांव। नगर के वार्ड क्रमांक 01 पन्ना हाउस में नपाध्यक्ष के पड़ोस में स्थित एक घर में अचानक आग लग गई। इस आग की घटना में घर में मौजूद 75 वर्षीय वृद्धा जिंदा जल गई। आग लगने की खबर मिलते ही मौके पर आए फायर ब्रिगेड दल ने तीन घंटे से अधिक समय की कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझायी। हालांकि इस हादसे में लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गई है। आग लगने की वजह क्या है यह अभी स्पष्ट तौर पर सामने नहीं आयाI
जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह करीब 10 बजे पन्ना हाउस में रहने वाले सेवानिवृत्त कर्मचारी जीएल नापित के घर में अचानक आग लग गई। आसपास के लोगों को आग लगने के बारे में तब जानकारी हुई जब श्री नापित के दो मंजिला मकान से धुएं का गुबार उठता दिखाई दिया। आनन-फानन में नगर पालिका की फायर ब्रिगेड के साथ ही पुलिस को आगजनी की सूचना दी गई। चंूकि उक्त घर नपाध्यक्ष अनूप तिवारी के ठीक बगल में है इसलिए उन्हें भी तुरंत सूचित किया गया। सूचना मिलने पर अध्यक्ष श्री तिवारी मौके पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड की मदद से आग बुझाने में जुट गए। उधर नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव एवं एसडीओपी चंचलेश मरकाम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और आग बुझाने की कोशिश में जुट गए। एसडीएम विनय द्विवेदी भी घटना स्थल पर पहुंच गए थे। तीन घंटे से अधिक समय की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका लेकिन जब तक आग ठण्डी होती तब तक एक वृद्धा जिंदा जल गई। मृतिका का नाम नन्नीबाई है। आग बुझाने में न केवल नगर की फायर ब्रिगेड का इस्तेमाल हुआ बल्कि गढ़ीमलहरा की फायर ब्रिगेड भी जुटी रही। वहीं पानी से भरे टैंकर को लाया गया लेकिन आग इतनी प्रचण्ड थी कि बुझाने में टैंकर का पानी भी खत्म हो गया।
ड्यूटी पर गया था बेटा, बहू और पौत्र करा रहे थे इलाज
जिस वक्त श्री नापित के घर में आग लगी उस वक्त घर में सिर्फ 75 वर्षीय वृद्धा थी। परिवार के मुखिया सेवानिवृत्त कर्मचारी जीएल नापित मोहल्ले में ही कहीं बैठे थे। श्री नापित का पुत्र रघुवीर स्कूल में पढ़ाने गया था। स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण रघुवीर की पत्नि और पुत्र इलाज कराने गए थे। चूंकि कोई जिम्मेदार व्यक्ति घर पर मौजूद नहीं था इसलिए वृद्धा को आग लगने की स्थिति में घर से बाहर नहीं निकाला जा सका।
आबादी एक लाख, आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड एक
नौगांव नगर की आबादी एक लाख से अधिक हो गई है। इतना ही नहीं नगर से जुड़े कई ग्रामीण क्षेत्र भी हैं। मगर नगर पालिका के पास आग बुझाने के लिए सिर्फ एक फायर ब्रिगेड है। यदि कभी भी आगजनी की घटना होती है तो आग पर तुरंत काबू पाना मुश्किल हो जाता है। अक्सर पानी खत्म हो जाने की परिस्थितियां बन जाती हैं। हरपालपुर या गढ़ीमलहरा से फायर ब्रिगेड बुलाई जाती है लेकिन जब तक फायर बिग्रेड बाहर से आती है तब तक स्थितियां बदल जाती हैं।
इनका कहना है
आग लगने की जानकारी मिलने पर पुलिस एवं फायर ब्रिगेड के साथ नगर पालिका अमले द्वारा लगातार आग बुझाने के प्रयास किए गए। काफी प्रयासों के बाद आग बुझ गई लेकिन घर के अंदर मौजूद एक वृद्धा की मौत हो गई। आग लगने की सूचना समय पर मिलती तो शायद वृद्धा को बचाया जा सकता था।
चंचलेश मरकाम, एसडीओपी नौगांव
