बड़ामलहरा में भ्रष्टाचार करने वाले उपयंत्रियों की शिकायत करने गए थे कार्यालय
छतरपुर। मंगलवार को जनसुनवाई में आए पूर्व सांसद प्रतिनिधि और भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष लखन अयाची ने आरोप लगाए हैं कि जिला पंचायत सीईओ द्वारा उनकी शिकायत नहीं सुनी गई और उनके साथ अभद्रता करते हुए उन्हें गेट से बाहर निकाल दिया गया। उन्होंने बताया कि वे जनपद पंचायत बड़ामलहरा में पदस्थ उपयंत्री नरेन्द्र राजपूत, राघवेन्द्र राजपूत और एमएल प्रजापति पर फर्जी मूल्यांकन की शिकायत करने के लिए आए थे।
श्री अयाची का कहना है कि वह विगत दो वर्षों से उक्त उपयंत्रियों द्वारा किए जा रहे भृष्टाचार की जांच बावत आवेदन संबंधित अधिकारियों एवं सीईओ छतरपुर को दे रहे हैं लेकिन आज तक कोई कायर्वाही नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि उक्त उपयंत्रियों ने पुराने रोड को नया दिखाकर, पुराने भवन को नया दिखाकर फर्जी मूल्यांकन करते हुए पैसा निकाला है। उक्त उपयंत्री विगत 8 सालों से एक ही जनपद मे पदस्थ होकर भ्रष्टाचार कर रहे है एवं अधूरे कार्य को पूरा दिखाकर करोड़ो रूपया की राशि का गबन कर चुके हैं। वे एक बार आवेदन देकर उक्त मामले की जाँच की मांग करने, भ्रष्टाचार का पूरा पैसा वसूल कराने और दोषियों पर कार्यवाही कराने की मांग करने के लिए आए थे लेकिन जिला पंचायत सीईओ ने उनकी शिकायत सुने बगैर ही अपने गार्ड से कहकर कार्यालय के बाहर निकलवा दिया। उन्होंने कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की बात ही प्रशासन नहीं सुन रहा है तो आम लोगों की शिकायतों का अंदाजा स्वत: ही लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज उनके साथ जो अभद्रता की गई है उसके बाद उनका मन आत्महत्या करने का हो रहा है।
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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