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Sunday, December 22, 2024, 9:55 pm

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कांग्रेस की हमेशा से सनातन संस्कृति का विरोध करने की मानसिकता रही है- डॉ. मोहन यादव

डॉ. मोहन यादव
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– वाराणसी के नागरिकों का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने श्री नरेंद्र मोदी जी को यहां से सांसद बनाकर भेजा
– प्रधानमंत्री बनने के बाद सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना के प्रयास प्रारंभ किए
– कांग्रेस ने देश को श्रीराम और श्रीकृष्ण की शिक्षा से वंचित किया

वाराणसी (उत्तर प्रदेश), 26/04/2024। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उत्तरप्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी एवं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी के समर्थन में सीर गोवर्धनपुर रोहनिया में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की हमेशा से सनातन संस्कृति का विरोध करने की मानसिकता रही है। कांग्रेस और उनके नेता और घमंडिया गठबंधन हमारे देवी-देवताओं के पूजने पर भी आपत्ति उठाते हैं। कांग्रेस ने हमेशा से भारतीय संस्कृति का अपमान करके अपनी मानसिकता जग जाहिर की है। वाराणसी के नागरिकों का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने श्री नरेंद्र मोदी जी को यहां से सांसद बनाकर भेजा और मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना के प्रयास प्रारंभ किए। आज प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व में देश का मान सम्मान पूरी दुनिया में बढा है और भारतीय संस्कृति एवं सनातन संस्कृति को अब दुनिया भर में पूजा जाने लगा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने काशी में नारी शक्ति और मोदी जी का नारी वंदन कार्यक्रम में शिरकत करने के साथ ही सामाजिक संगठन की बैठक में भी सहभागिता की। इस दौरान संत रविदास मंदिर, काशी के कोतवाल श्री कालभैरव मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, गोवर्धन धाम मंदिर घाट पहुंचकर दर्शन किए एवं पूजा-अर्चना भी की।

कांग्रेस ने हटाई थी, लेकिन प्रधानमंत्री जी ने सनातन संस्कृति को शिक्षा में जोड़ा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा अपने दूसरे कार्यकाल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाई गई, जिसके माध्यम से पूरे देश में शिक्षा के पाठ्यक्रमों में भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के साथ सनातन संस्कृति की शिक्षा को जोड़ा गया है। इससे पहले अंग्रेजों के जमाने में शिक्षा नीति के तहत इन सब पाठ्यक्रमों को हटा दिया गया था। आजादी के बाद कांग्रेस के पास सनातन संस्कृति की शिक्षा को फिर से जोड़ने का अवसर था, लेकिन कांग्रेस ने भी सनातन संस्कृति के विरोध की मानसिकता का परिचय दिया। कांग्रेस के कारण ही देश के नागरिकों ने दशकों तक पाठ्यक्रमों में श्रीराम और श्रीकृष्ण के साथ सनातन संस्कृति की शिक्षा प्राप्त नहीं की। अंग्रेज चले गए, लेकिन कांग्रेस को छोड़ गए। कांग्रेस ने सनातन संस्कृति का हमेशा अपमान किया। बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी के नागरिकों का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने श्री नरेंद्र मोदी जी को यहां से सांसद बनाकर भेजा और मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना के प्रयास प्रारंभ किए।

अधर्म को बढ़ावा देने वालों को सबक सिखाना होगा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्रीराम ने अहंकारी रावण के घमंड का नाश किया था। वे चाहते तो अयोध्या से भी सेना बुला सकते थे, लेकिन उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों को अपने साथ लेकर यह महाविजय प्राप्त की। वर्तमान का समय भी इससे अलग नहीं है। अधर्म को बढ़ावा देने वाले विपक्षी दलों को सबक सिखाना होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना का जो यज्ञ लगातार चल रहा है, उसे हम सभी को मिलकर जारी रखना है। इसी प्रकार भगवान श्री कृष्ण ने भी विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों के बावजूद अधर्म का नाश किया और धर्म की स्थापना की।

अब ताजमहल नहीं गीताजी भेंट दी जाती है
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि एक समय था जब विदेश से आने वाले मेहमानों को हम ताजमहल की प्रतिकृति उपहार में दिया करते थे, लेकिन ताजमहल से हमारी सनातन संस्कृति का कोई लेना-देना नहीं है। आज पूरा देश गौरवान्वित महसूस करता है कि भारत अपने अतिथियों को श्रीमद भागवत गीता की प्रति भेंट करता है। भगवान श्री कृष्ण ने सदैव मोर पंख धारण किया, जिससे हमें संदेश मिलता है कि हमें अपनी जड़ों से हमेशा जुड़े रहना चाहिए। हम सभी के लिए गौरव की बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने द्वारका धाम में समुद्र की गहराइयों में जाकर भगवान श्री कृष्ण की नगरी में मोर पंख अर्पित किया। एक समय था जब द्वारका धाम तक जाना संभव नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पुल का निर्माण कर वहां पहुंचना सुगम कर दिया है।

कांग्रेस ने देश को श्रीराम और श्रीकृष्ण की शिक्षा से वंचित किया
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसे महापाप किए हैं जिसकी उन्हें सजा मिलनी ही चाहिए। कांग्रेस ने हमारे आराध्य श्रीराम और श्रीकृष्ण की शिक्षा से हमारी कई पीढियां को वंचित किया। कांग्रेस ने भगवान श्रीराम को 70 वर्षों तक खुले आसमान के नीचे बैठाकर रखा। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से हिंदू मुसलमान के बीच में गहरी खाई पैदा की ओर कभी भी अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण नहीं होने दिया, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में श्रीराम मंदिर निर्माण की राह खुली और सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में फैसला सुनाया। उसके बाद भगवान श्रीराम अयोध्या में मुस्कुरा रहे हैं और अब मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के भी मुस्कुराने की बारी है।


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