स्थानीय शहीद भवन मे चल 2 नाटय समारोह रंग अविराम 4 मे आज दूसरे दिन भारत की जानी मानी संस्था ए ई टी सी के नाटक पंचलेट का प्रदर्शन किया गया नाटक की मूल कहानी फानिश्वर नाथ रेनू की थी नाटक का नाट्यरूपांतरण किया था सुनील राज ने, बुंदेली अनुवाद और सहायक निर्देशन है आरती विश्वकर्मा का,
रेनू की इस कहानी को निर्देशित किया है भोपाल के रंगकर्मी अनुप शर्मा ने ।
पंचलाइट एक एक ऐसे गांव की कहानी कहता है जहा पिछड़े लोग एक चिमनी मे बैठ कर इंसाफ करते है मन के अंधेरे के कारण वहां इन्साफ की कमी है , इसी बीच गांव मे एक लड़का गोधन लड़का आता है जो गांव की लड़की मुनरी को प्रेम करता है गांव उससे रुस्ट है और साथ हि पूरे गांव को अहसास करवाता है की उन्हे अपने गांव मे पंचलेट रौशनी मे इंसाफ करना चाहिए पंचयात अहंकार के चलते गोधन को जात बंद कर देती है और पंचलेट खरीद लाती है पर पंचलेट गांव मे कोई भी जलाना नही जानता सिवाय गोधन के , पंचायत को हार कर गोधन को वापस बुलाना पड़ता है और गांव की लड़की मुनरी से उसके प्रेम को स्वीकार करना पढ़ता है ।
ए ई टी सी की इस प्रस्तुति मे मुख्य पात्र सुनील राज ने गोधन के रूप में, नायिका मुनरी, आरती विश्वकर्मा , और अन्य कलाकार थे कलुआ सार्थक त्रिपाठी , कनेली अन्नू अहीरवार ,चाची पूजा विश्कर्मा , सरपंच रोहित पटेल , जुगनू विभांशु खरे , छड़ीदार संतोष पडित के अलावा पीयूष सैनी ,आधार नामदेव , मोहित मित्रा , फरह नाज़ , नेहा , ओशीन श्रीवास्तव , आदि ने अभिनय किया ।
समारोह मे स्थानीय वरिष्ठ लोगो का सम्मान दुष्यंत कुमार सम्मान
किया जिसमेमनोचिकित्सक डॉक्टर प्रीतेश गौतम, शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में श्रीमती दुर्गा मिश्रा, पर्वतारोही मेघा परमार, समाजसेविका सुश्री रीटा विश्वकर्मा, वरिष्ठ पत्रकार मुकेश विश्वकर्मा मुख्य रूप से थे
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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