छतरपुर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के सभागार में एनईपी सारथी आकाश गौतम और आयुष विश्वकर्मा द्वारा उपकुलपति गिरीश त्रिपाठी के कुशल मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम का कुलपति डॉ. अनिल कुमार धगट एवं उपकुलपति गिरीश त्रिपाठी के द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर तत्पश्चात दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में उपकुलपति गिरीश त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा कि अभी तक की शिक्षा पद्धति के अनुसार छात्रों को शिक्षकों के द्वारा एक निर्धारित पाठ्यक्रम पर शिक्षा दी जा रही थी। उसका अध्ययन कराने के पश्चात उसी के आधार पर एक परीक्षा का आयोजन कर उनके अंक निर्धारित कर दिए जाते थे।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अनिल कुमार धगट ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुये कहा कि छात्रों को प्रायोगिक रूप से अध्ययनार्थ प्रेरित करने और विषय की समझ उसके मनो-मस्तिष्क के अन्दर विकसित हो सके। इस उद्देश्य से नई शिक्षा नीति का गठन किया गया।
एनईपी सारथी आकाश गौतम ने बताया कि यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 परीक्षा के भय से छात्रों को निर्भीक बनाने का अवसर देती है, जिससे छात्रों का संज्ञानात्मक व भावात्मक विकास हो सके। एनईपी सारथी आयुष विश्वकर्मा ने कहा कि राष्ट्र व समाज के निर्माण में यह शिक्षा नीति सफल हो रही हैं इसके सुखद परिणाम समसामयिक परिप्रेक्ष्य में शोध, कला सवर्धन और आत्म निर्भर बनाने के लिए संकल्पित है। इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण- माधव शरण पाठक, विशाल सिंह, पूनम चौरसिया, सुमेधा राय के अतिरिक्त विद्यार्थियों में अंन्या मिश्रा, राशि पाठक, अंशुमान, सोनम, विजय राजे तिवारी और आखिलेश अहिरवार मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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