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Sunday, September 8, 2024, 6:37 am

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श्योपुर जिले में भ्रष्टाचारी घोटाले अवैध कारोबार या रेता संबंधी भू माफियाओं संबंधित अवैध वसूली दलाली की वजह से जिले की स्थिति चरमराई हुई हैI

Corruption
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जिला श्योपुर मध्य प्रदेश चल रहा बड़ा खेल प्रशासन और दलाल नेता बने बैठे हुए हैं उनके बीच और सपने देख रहे हैं 2023 का शिवपुर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने काI

श्योपुर जिला मध्य प्रदेश की यह स्थिति हैI

भ्रष्टाचारी चरम सीमा पर दीमक बनकर जिले को चाट रही है I यही हाल प्रशासन का है यही हाल श्योपुर में बड़े-बड़े नेताओं के मुंह लगे दलाल जिलों को दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं I चाहे वह भ्रष्टाचारी हो, घोटाले हो, अवैध कारोबार हो, कहीं ना कहीं वह संदिग्ध हैI

अभी वर्तमान में वर्जित जमीन का हुआ घोटाला पूर्व श्योपुर कलेक्टर जाते जाते अनुमति दे गए जबकि इन लोगों से प्रशासन से सही मायने में जिन लोगों ने घोटाला कियाI सिंचाई गृह निर्माण समिति तत्कालीन अध्यक्ष के एन पाराशर जो की वर्तमान में जिला शिवपुर डब्ल्यू आर डी विभाग में प्रभारी एसडीओ से सेवानिवृत्त हो चुके हैंI इन्होंने डब्ल्यू आर डी विभाग में भी बहुत बड़ा घोटाला किया है जिसकी आरटीआई लगाई गई हैI परंतु श्योपुर कार्यपालन यंत्री द्वारा अभी डेढ़ माह से अधिक हो गया I परंतु भ्रष्टाचार संबंध में दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा रहे तथा सिंचाई गृह निर्माण समिति में तत्कालीन सचिव रहे विमल तिवारी यह भी सम्मिलित हैI तत्कालीन अध्यक्ष कैन पाराशर और तत्कालीन सचिव विमल तिवारी द्वारा सिंचाई गृह निर्माण समिति में की गई अनियमितताएं तथा एक ही प्लाट बी6 को दो पार्टियों को भू आवंटन कर रजिस्ट्री करा दी गईI 1 को 2012 में कराई गई और दूसरे को 2018 में करा दी गई जबकि सीधा-सीधा फोर्जरी 420 ई का प्रकरण बनता हैI जिला श्योपुर प्रशासन तथा पुलिस विभाग इस पर कार्रवाई करने को टालमटोल कर रहे हैंI

प्रकरण को दोषियों के खिलाफ पंजीबद्ध करने में कतरा रहे हैं जबकि श्योपुर जिला कार्यालय सहायक आयुक्त एआरसीएस जिला शिवपुर सहकारिता विभाग द्वारा जांच कर दी गई है और जांच प्रतिवेदन सहित दोषियों के खिलाफ शिवपुर पुलिस विभाग द्वारा f.i.r. करवाने को भेजाI

जिला श्योपुर पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रकरण को जिला सहकारिता विभाग के अधिकारी एआरसीएस को निर्देशित कर दिया गया कि आप श्योपुर जिला कलेक्टर से अनुशंसा करवा कर लाए परंतु आज दिनांक तक ना अनुशंसा हुई न प्रकरण पंजीबद्ध हुआ ना f.i.r. फटीI दोषियों के विरुद्ध जबकि उनके ऊपर दोष साबित हो चुका है जांच में ऐसे में सवाल उठते हैं जब प्रशासन ही भ्रष्ट बैठा हो तो आगे कार्रवाई कैसे होगी I

आज जिला श्योपुर की स्थिति खराब है I भ्रष्टाचारी चरम सीमा पर दीमक की तरह खोकला कर रही हैI आज की स्थिति में आय से अधिक संपत्ति तथा बेनामी संपत्ति कि स्वतंत्र एजेंसियों द्वारा जांच कराई जाए कहीं बड़े आला अफसर अधिकारी तथा दलाल जो कि नेताओं के रूप में सक्रिय यह सब इसकी चपेट में आ सकते हैंI परंतु विडंबना है की जिला शिवपुर में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो आय से अधिक संपत्ति तथा बेनामी संपत्ति घोटालों और भ्रष्टाचारी की जांच करा सकेI


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