भोपाल. अनुशासन के आगोश में बंधी और अपने पारिवारिक दायित्बो से विमुख होकर 24 घंटे 365 दिन अपनी सेवाएं देकर आम जनता को चैन की नींद सुलाने वाले निहत्ते पुलिसकर्मी को जब भोपाल के शराब माफिया द्वारा सरेराह न केवल पीटा गया बल्कि
भोपाल की कानून व्यवस्था को चुनौती दी गई और इस प्रकरण में शराब माफिया की दबंगई के आगे जब भोपाल पुलिस ही लगभग घुटने टेकते नजर आई तब मजबूर होकर कानून की धज्जियां उड़ाने वाले उक्त शराब माफिया के खिलाफ अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी ने भ्रष्ट तंत्र को नींद से जगाने के लिए न केवल धरना आंदोलन किया बल्कि आबकारी मंत्री का पुतला जलाने और उनके बंगले का घेराव करने की चेतावनी देने के बाद पुलिस प्रशासन वास्तविक रूप से हरकत में आया और उसने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सुशासन स्थापना के लिए प्रयोग किया जा रहे उन उपायों को भी अपनाना प्रारंभ कर दिया है जो प्रशासन प्रदेश के अन्य स्थानों पर अपना चुका था अर्थात पीड़ित पुलिस कर्मी के हक में अब न केवल शराब माफिया के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है बल्कि प्रशासन द्वारा इस माध्यम से आम जनता को यह संदेश भी दिया जा रहा है माफिया कोई भी हो उसे बक्शा नहीं जाएगा. अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार आर एस सिंह खालसा ने जानकारी देते हुए बतलाया है कि पार्टी की इच्छा के अनुरूप पुलिस कर्मी पर हमला करने वाले शराब माफिया के विरुद्ध की जा रही सख्त कानूनी कार्यवाही के परिपेक्ष में पार्टी द्वारा सामूहिक निर्णय लिया गया है कि अब आबकारी मंत्री का पुतला दहन कार्यक्रम निरस्त किया जाता है लेकिन पार्टी अब भ्रष्टाचार विरोधी सुशासन विरोधी आंदोलन की गति तेज करते हुए हर उस बिंदु पर संवैधानिक दायरे में चोट करेगी जिसने न केवल शासन प्रशासन मैं सेंध लगाकर प्रदेश की छवि को देश में धूमिल करने का प्रयास किया है बल्कि आम आदमी के सुकून के साथ जीने के अधिकार को भी छीनने का प्रयास कर रहे हैं. बहुत जल्द अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी अपनी इस रणनीति के बारे में विस्तृत कार्य योजना बनाकर शासन प्रशासन और आम जनता के सामने प्रस्तुत करेगीI
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
Authentic news.