ब्रेकिंग न्यूज़-जल संसाधन विभाग मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2003 में सिंचाई विभाग शासकीय गृह निर्माण सहकारी समिति मर्यादित शिवपुर तथा शासकीय कर्मचारी गृह निर्माण समिति मर्यादा शिवपुर 22 बीघा जमीन भू अधिकरण संबंध में समस्त भूमि आवंटन निरस्त कर दिया गया थाl
वर्ष 2003 में जल संसाधन विभाग मध्य प्रदेश शासन द्वारा 8 बीघा 13 विशवा तथा 23 बीघा 11विशवा को बढ़ाकर शिवपुर तहसीलदार, पटवारी मिली भगत से 32 बिघा 4विशवा कर ली गई जिसकी अनुमति मध्य प्रदेश शासन जल संसाधन विभाग द्वारा नहीं दी गई थी इसी कारण यह पूरी जमीन वर्ष 2003 में निरस्त कर दी गई परंतु सिंचाई विभाग कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति मर्यादा शिवपुर मैं वर्ष 2003 के बाद अध्यक्ष सचिवों का वो खेल चला अनियमितताओं का परंतु सबसे ज्यादा इसमें तत्कालीन अध्यक्ष कैलाश नारायण पाराशर तथा विमल तिवारी द्वारा जो अनियमितताएं की गई अपात्र लोगों को भू आवंटन किए गए फर्जी सदस्यता की गई फर्जी रजिस्ट्री कराई गई अवैध कार्रवाई की गई विधि के विपरीत जाते हुए भ्रष्टाचार के घोटाले हुए वैसे तो इसमें देखा जाए तो स्वर्गीय अध्यक्ष चंद्र सूजन गुप्ता पूरी जानकारी थी वर्ष 2003 में जमीन निरस्त हो गई है इसी कारण उन्होंने अपना प्लाट काफी समय बाद भू आवंटन करवाया उनके मरने के पश्चात तथा लंबे समय बाद रजिस्ट्री कराई गई पूर्व अध्यक्ष रहे बनवारी पाराशर सचिव इसमें अध्यक्ष ने भी काफी अनियमिताएं की गई इन्होंने भी अपनी पुत्री दामाद के नाम भू आवंटन किया गया रजिस्ट्री करवाई गई वर्ष 2023 24 में किसी दूसरे को भेज दिया गया वर्ष 2008 लगभग से वर्ष 2017 तक अध्यक्ष रहे कैलाश नारायण पाराशर परंतु इन सब ने ही धोखाधड़ी की गई सदस्यों के साथ खिलवाड़ किया गया जब भूमि निरस्त हो गई थी वर्ष 2003 में तो अध्यक्षों वह सचिवों द्वारा पूरा खेल रचा गया गमन घोटाले करने का इसमें सहकारिता विभाग जिला शिवपुर की पूर्ण मिली भगत से सारा कार्य चला रहा शासकीय भूमिका षड्यंत्र करके एक खेल रचा गया और आज भी वही खेल चल रहा है एक हाथ से भूमि तीसरे हाथ के पास पहुंच चुकी है बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल बड़ी-बड़ी दुकान बन चुकी हैं 90% सदस्य अपनी भूमि को बेच चुके हैं अच्छी महंगे दामों में शान द्वारा जमीन निरस्त की गई है जिस पर वर्तमान में भवन बन चुके हैं दुकान बन चुकी हैं अगर सरकार का हथोड़ा चला और सभी बिल्डिंगों को ध्वस्त किया गया तो उसका नुकसान उन बेचारे लोगों को होगा जिनको इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है लेकिन अध्यक्ष सचिव इनके साथ मिले हुए वह लोग भी लिप्त हैं जिला शिवपुर के अधिकारी सहकारिता विभाग इसमें सबसे बड़ा रोल रहा रविंद्र शर्मा तत्कालीन प्रभारी सहायक आयुक्त जिन्होंने अपनी तलाकशुदा पत्नी के नाम से झूठ भू आवंटन कर रजिस्ट्री करवाई सिंचाई विभाग कर्मचारी समिति में तथा स्वयं रविंद्र शर्मा ने शासकीय कर्मचारी गृह निर्माण समिति में अपना भू आवंटन करवा कर रजिस्ट्री करवाई वर्तमान में वह व्यक्ति ग्वालियर घोसीपुरा में श्री राम गृह निर्माण समिति में भू आवंटन कराकर बड़ा भवन बनवाकर रह रहा है ऐसे भ्रष्ट व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिए था परंतु आज तक किसी ने कार्रवाई नहीं की क्या तत्कालीन इन अध्यक्षों के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिए जो आज दिनांक तक नहीं हो पा रहे क्योंकि वर्तमान में जिला शिवपुर सहकारिता विभाग में भ्रष्ट अधिकारी बैठा हुआ है सहायक आयुक्त ध्रुव झरिया वह दोषियों को बचाने का कार्य मिली भगत से कर रहा है आयुक्त पंजीयन सहकारी संस्थाएं मध्य प्रदेश सहकारिता विभाग द्वारा सहायक आयुक्त ध्रुव झरिया को साफ चेतावनी दे दी गई अपराधियों को शरण देने के लिए परंतु भ्रष्ट अधिकारी को कोई फर्क नहीं पड़ता l
22 बीघा जमीन अधिग्रहण संबंध में उसे भी वर्ष 2003 में निरस्त कर दिया गया था जिन लोगों को मुआवजा मिल गया था उन्होंने जमीन को फिर से भेज दिया गया था जिन लोगों ने जमीन खरीदी गई थी सिंचाई विभाग की जिसमें बृजमोहन पाठक, पूरणमल शराब, शब्बीर जाति बोरा इन सब की जमीन भी जल संसाधन विभाग मध्य प्रदेश शासन भोपाल द्वारा वर्ष 2003 में निरस्त की गई आज यहां वर्तमान में रिहायशी कॉलोनी बन चुकी है देखा जाए तो शासन के आदेश के अनुसार यह सब अवैध कॉलोनिया है इन पर भी कभी भी गाज गिर सकती है शासन व सरकार का हथौड़ा कभी भी यहां चल सकता है क्योंकि भू माफियाओं ने पैसों की दम पर आदेश को सभी जगह दबा दिया गया कागज एक न एक दिन तो बोलता ही हैl
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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