आईजी ने घोषित किया था 30 हजार का इनाम
15 साल से पुलिस से चल रहा था लुका-छिपी का खेल
छतरपुर। आतंक का पर्याय बने आदतन अपराधी को 15 साल बाद गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है। दोहरे हत्याकाण्ड के बाद से फरार आरोपी विभिन्न स्थानों में भेष बदलकर रह रहा था। पुलिस ने 30 हजार के इनामी बदमाश को साईबर सेल की मदद से दादरनागर हवेली गुजरात से गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक ने आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से जानकारी दी।
एसपी अमित सांघी ने पुलिस कंट्रोल रूम में खुलासा करते हुए बताया कि 30 हजार के इनामी बदमाश कल्लू पुत्र रघुनंदन पटेल निवासी मवईघाट थाना गौरिहार की गिरफ्तारी गुजरात से की गई है। आरोपी ने 2015 में पिता-पुत्र की नृशंस हत्या कर दी थी। आरोपी एक मामले में 7 साल की सजा काट रहा था जिसमें वह जमानत पर आया और फिर वारदातों को अंजाम देने लगा। 2008 में एससीएसटी एक्ट के तहत आरोपी बनाया गया था तभी से कल्लू पटेल फरार था। एसपी श्री सांघी ने बताया कि कुख्यात बदमाश को दबोचने के लिए लगातार प्रयास किए गए। चूंकि वह पुलिस से बचने के लिए न केवल अपना स्थान बदलता था बल्कि पहचान भी छिपाकर रहता था। साईबर सेल की मदद से पुलिस आरोपी के ठिकाने तक पहुंची और उसे दबोच लिया।
23 साल पहले दुर्दांत बदमाश उतरा था अपराध की दुनिया में पुलिस द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट से स्पष्ट होता है कि कल्लू पटेल निवासी मवई घाट का लंबा आपराधिक रिकार्ड है। गौरिहार थाने में सन् 2000 में कल्लू के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 147, 148, 149 के तहत मुकदमा कायम किया गया था। इस मामले में कल्लू को 7 साल की सजा हुई थी। 2006 में हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर आया और फिर अपराध करने में जुट गया। 2008 में मारपीट तथा एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद 2015 में कल्लू ने दोहरे हत्याकाण्ड को अंजाम दिया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि वर्चस्व की जंग के कारण कल्लू ने अपने ही गांव के दौलत खंगार, उसके पुत्र अयोध्या और राकेश को गोली मारी थी जिसमें दौलत तथा उसके बेटे अयोध्या की मौत हो गई थी जबकि एक अन्य बेटा राकेश गंभीर घायल हुआ था। अपराधी पुलिस से बचकर घूमता रहा। दो साल तक खुद को छिपाए रहा इसके बाद 2017 में वारदात को अंजाम दिया तथा 2018 दोहरे हत्याकाण्ड के गवाह दौलत के पुत्र राकेश पर फिर गोली चलाई थी। इतना ही नहीं 2019 में फिर कल्लू ने अवैध असलहा के सहारे व्यापारी को लूटा था। लोगों को डरा धमकाकर पैसे वसूलना, हत्या के प्रयास, डकैती, लूट, बलवा, अवैध हथियार लेकर घूमना जैसे अपराध कल्लू पटेल के खाते में दर्ज हैं।
इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका एसपी अमित सांघी, एएसपी विक्रम सिंह तथा लवकुशनगर एसडीओपी पीएल प्रजापति के नेतृत्व में टीम गठित की गई जिसमें गौरिहार थाना प्रभारी निरीक्षक अनूप यादव, एसआई आशुतोष श्रोत्रिय, पहरा चौकी प्रभारी संजय पाण्डेय, साईबर सेल प्रभारी एसआई सिद्धार्थ शर्मा, कल्पना गुप्ता, प्रधान आरक्षक किशोर रैकवार, प्रधान आरक्षक राजेन्द्र सिंह, संदीप तोमर, विजय शुक्ला, प्रदीप यादव, आरक्षक दीपक, दानिश, संजय साहू, जगमोहित सिंह, धर्मराज पटेल, विजय सिंह, राहुल भदौरिया की भूमिका सराहनीय रही।
Author: This news is edited by: Abhishek Verma, (Editor, CANON TIMES)
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